जी हां..सेनसेशनल,स्टाइलिश, बोल्ड, ब्यूटीफुल अभिनेत्री की बात करते हैं तो चेहरा परवीन बॉबी का ही नाम सामने आता है..70 के दशक में बॉलीवुड में हेमा मालिनी , मुमताज , शर्मिला टैगोर , जया भादुड़ी , राखी, जीनत अमान , रेखा और रीना रॉय जैसी स्टार अभिनेत्रियों का दबदबा कायम था…ऐसे में जब अपनी बोल्ड और ब्यूटीफुल अंदाज में परवीन बॉबी ने बॉलीवुड में जलवा बिखेरा तो उसे नजरअंदाज करना मुश्किल हो गया..परवीन बॉबी का जन्म उनके माता-पिता की शादी के चौदह साल बाद जूनागढ़ में हुआ था और वह इकलौती संतान थीं।
स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह मुंबई आ गईं और निर्देशक बी.आर. इशारा की नजर उन पर पड़ी, जिन्होंने उन्हें 1973 में फिल्म चरित्र में क्रिकेटर सलीम दुर्रानी के साथ लॉन्च किया।फिल्म फ्लॉप हो गई लेकिन परवीन का जादू चल पड़ा..यही वजह रही कि 70 के आखिरी साल और अस्सी के प्रारंभिक काल में उन्होंने अमिताभ बच्चन , शशी कपूर , फिरोज खान,धर्मेंद्र, विनोद खन्ना, और संजय खान जैसे सभी सफल अभिनेताओं के साथ काम किया..परवीन बॉबी को अपने करियर की तीसरी फिल्म ‘मजबूर’ में ही ‘एंग्री यंग मैन’ अमिताभ बच्चन का साथ मिल गया …फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट भी रही और फिर अमिताभ बच्चन के साथ उनकी हिट जोड़ी शुरू हुई।परवीन ने 1975 में आई फिल्म दीवार में एक लापरवाह आधुनिक लड़की की भूमिका निभाकर हिंदी फिल्मों के मानदंडों को तोड़ दिया, जो खुलेआम धूम्रपान करती थी, शराब पीती थी और अपने प्रेमी अमिताभ के साथ रहती थी। दीवार के बाद , अमर अकबर एंथनी, सुहाग, दो और दो पांच, शान, कालिया, नमक हलाल और खुद्दार जैसी सुपर हिट फिल्मों की वजह से वो दर्शकों के दिलों की मल्लिका बन गई और इसकी एक वजह उन पर फिल्माई गए गानों की भी अहम भूमिका है..अपनी बिंदास अदाकारी से परवीन बॉबी सफलता के शिखर पर पहुंचती गईं और उस दौर की हाईएस्ट पेड अभिनेत्रियों में शुमार हो गईं..सफलता के बाद उस दौर की फिल्म मैगजीन में कवर पर उनका छपना आम बात हो गई थी..लेकिन जुलाई 1976 में जब वह टाइम मैगजीन के कवर पर छपने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बनीं तो उन्होंने तहलका मचा दिया।
कुछ फिल्मों के बाद ही परवीन ..बॉलीवुड की जान बन चुकी थी.. इन फिल्मों में मजबूर, 36 घंटे, दीवार , काला सोना, भंवर और बुलेट काफी चर्चा में रही..उस दौर में कामयाबी के साथ साथ परवीन बॉबी के अफेयर के चर्चे भी होने लगे..जिनमें डैनी डेंगजोप्पा, कबीर बेदी, महेश भट्ट जैसे लोगों के नाम उनके साथ जुड़ते गए..लेकिन परवीन के किसी रिश्ते में ठहराव नहीं दिखा..सिल्वर सक्रीन पर परवीन बॉबी का सफर शानदार चल रह था औैर वो दर्शकों के दिलों की धड़कन बन गई थी… सभी बड़े बैनर से परवीन को मौका मिलने लगा…आलम ये कि हर साल 2 से 7 फिल्में रिलीज होने लगी और इन फिलमों में से कोई ना कोई फिल्म ब्लॉकबस्टर हुआ करती थी..इन सब के बीच उनके ऑफ स्क्रीन अफेयर भी चलते रहे ..पहले डैनी के साथ और फिर कबीर बेदी के साथ…कहते हैं कि परवीन बॉबी ने कई फिल्मों को मझधार में छोड़कर कबीर बेदी के साथ यूरोप चली गई हालांकि उनका कबीर बेदी के साथ भी जल्द ही ब्रेकअप हो गया और वो वापस मुंबई आ गई
मुंबई वापस आने के बाद उन्होंने अधूरी फिल्मों को पूरा किया। परवीन बॉबी का फिर महेश भट्ट के साथ नाम जुड़ा ..महेश भट्ट अपना घर छोड़कर परवीन बॉबी के साथ ही रहने लगे थे। बाद में महेश भट्ट भी उनसे दूर हो गए…परवीन बॉबी के साथ रिश्तों को लेकर महेश भट्ट ने एक फिल्म बनाई…फिल्म थी अर्थ..यूं कहें तो परदे पर परवीन को सफलता भले मिली लेकिन असल जिंदगी में वो सदा दुखी ही रहीं…
जिंदगी से परेशान परवीन बाद 1983 में अध्यात्मिक गुरु यू जी कृष्णमूर्ति के पास अमेरिका चली गईं..वो भी ऐसे समय जब अर्पण,ये नजदीकियां, और रंग बिरंगी जैसी फिल्मों में वो काम कर रही थीं.. 6 साल बाद 1989 में जब वो अमेरिका से वापस लौटी तो उनका पूरा लुक बदल चुका था…वो भारत आकर पूरी तरह अकेले हो गई थी..मुंबई आकर वो अपने जूहू के फ्लैट में अकेले रहने लगी … और फिर 20 जनवरी को परवीन बॉबी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया…एक समय अपनी अदा से सबको लुभाने वाली ये सेनसेशनल,स्टाइलिश, बोल्ड, ब्यूटीफुल अभिनेत्री….अंतिम समय में अकेलेपन और गुमनामी का शिकार हो गई..