मशहूर अभिनेत्री सायरा बानो आज 78 साल की हो चुकी हैं.सायरा अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री रही हैं. 60 और 70 के दशक में फिल्मी दुनिया में उनका सिक्का चलता था.
लोग उनकी एक्टिंग से लेकर उनकी खूबसूरती तक के दीवाने थे… 60 के दशक में सायरा सबसे ज्यादा महंगी अभिनेत्रियों में से एक रह चुकी हैं । महज 16 साल की उम्र में सायरा ने हिंदी फिल्मों में डेब्यू किया था.
सायरा बानो बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्रियों में शुमार रही हैं..अपनी खूबसूरती और अदाकारी के बूते उन्होंने इंडस्ट्री में खास मुकाम हासिल किया है..अपनी अदायगी के साथ ही डांस से भी उन्होंने दर्शकों को कैसे दीवाना ,आज सायरा बानो अपना 79वां जन्मदिन मना रही हैं।सायरा बानो का जन्म 23 अगस्त 1944 को उत्तराखंड के मसूरी में हुआ। सायरा बानो को अभिनय कला विरासत में मिली थी। उनकी मां नसीम बानो एक स्टेज और फिल्म एक्ट्रेस थीं। अपने दौर की मशहूर हस्तियों में उनका नाम थावहीं सायरा बानो के पिता मियां एहसान-उल-हक फिल्म निर्माता थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक सायरा का अधिकांश बचपन लंदन में बीता, जहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारत लौटीं। सायरा बानो को स्कूल के दिनों से ही एक्टिंग से लगाव था। सायरा ने एक बातचीत के दौरान कहा था कि वह 12 साल की उम्र में ही अल्लाह से दुआ मांगती कि वह उन्हें अम्मी जैसी हीरोइन बनाएं..सायरा बानो ने 16 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख दिए थे…सायरा बानो ने वर्ष 1961 में शम्मी कपूर के साथ फिल्म ‘जंगली’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया, तब उनकी उम्र महज 17 वर्ष थी। इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस की केटेगरी में फिल्म फेयर के लिए नॉमिनेट किया गया।
इसके बाद सायरा के पास फिल्मों की क़तार लगने लगी. एक के बाद एक कई हिट, सुपरहिट फिल्में दी सायरा ने. ख़ास तौर पर राजेंद्र कुमार के साथ तो सायरा की जोड़ी इतनी पसंद की गई कि क्या कहने. राजेंद्र कुमार के साथ की ही आई मिलन की बेला (1964) फिल्म ने सायरा की एक और कमी को दूर कर दिया था अब तक. वह थी डांस न आने की. कथक डांसर रोशन कुमारी और डांस-डायरेक्टर सोहनलाल जी जैसे उस्तादों की मदद से इस फिल्म में सायरा ने अपने डांस से भी सबका ध्यान खींचा…इसके बाद सायरा बानो ‘शादी’, ‘ब्लफमास्टर’, ‘आई मिलन की बेला’, ‘शागिर्द’, ‘दीवाना’, ‘पूरब और पश्चिम’, ‘जमीर’, ‘नेहले पे देहला’ जैसी फिल्मों में नजर आईं।सायरा बानो ने 11 अक्टूबर 1966 को महज 22 साल की उम्र में अभिनेता दिलीप कुमार से शादी की। दोनों की उम्र में काफी फासला था। सायरा जहां 22 की थीं, वहीं दिलीप कुमार 44 साल के थे। मगर, दोनों की मोहब्बत के बीच उम्र बाधा नहीं बन सकी..सायरा हमेशा से दिलीप कुमार से शादी के ख्वाब देखती थीं.
सायरा ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि जब वह लंदन में पढ़ाई कर रही थीं और 9 साल की थीं, तो दिलीप साहब की फिल्में देखकर उनपर फिदा हो गई थीं. तभी उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हें मिसेज दिलीप कुमार बनना है..दिलीप ने ऑटोबायोग्राफी द सबस्टांस एंड द शैडो में ये भी लिखा कि एक बार सायरा प्रेग्नेंट थीं, लेकिन उनका मिसकैरेज हो गया था. इस घटना के बाद से दोनों का दिल टूट गया था, लेकिन फिर दोनों एक-दूसरे का सहारा बने.साल 1981 में हालांकि दिलीप साहब की बहनों- फौजिया और सईदा ने आशिमा रहमान नाम की एक पाकिस्तानी मूल की महिला से उनकी दूसरी शादी करा दी.. दिलीप साहब ने अपनी आत्मकथा, द सब्सटेंस एंड द शेडो’ इन बातों का ज़िक्र किया है. इस दूसरी शादी को उन्होंने अपनी ज़िंदगी की बड़ी ग़लती भी क़रार दिया है. इसका एहसास उन्हें डेढ़ साल में ही हो गया और वे सायरा के पास लौट आए..सायरा ने बिना कोई शिक़वा किए उन्हें न सिर्फ़ घर बल्कि ज़िंदगी और दिल में भी वापस पुरानी जगह दी. फिर उन्होंने दिलीप साहब के आख़िरी, आख़िरी वक़्त तक भी उनका साथ नहीं छोड़ा. बल्कि उनके लिए फिल्मों का अपना जमा जमाया काम छोड़ दिया
साल 1988 की फैसला उनकी आख़िरी फिल्म हुई. इसके बाद उन्होंने सिर्फ़ और सिर्फ़ दिलीप साहब के लिए अपनी ज़िंदगी लगा दी…दिलीप साहब अब इस दुनिया में नहीं हैं..हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के दिन सायरा बानो ने अपने पति और महान अभिनेता दिलीप कुमार को याद किया। अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर दिलीप कुमार की सुपरहिट फिल्म ‘कर्मा’, ‘नया दौर’ और ‘लीडर’ की क्लिप के साथ एक वीडियो साझा किया। पोस्ट की गई वीडियो में महान अभिनेता की एक पुरानी साक्षात्कार क्लिप भी शामिल है, जिसमें वह देश की भावी पीढ़ियों के लिए एक समृद्ध समाज के निर्माण के बारे में बात कर रहे हैं। जन्म दिन मुबारक हो सायरा बानो