बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता हैं सचिन पिलगांवकर ,सचिन पिलगांवकर का जन्म 17 अगस्त 1957 को मुंबई में हुआ..सचिन पिलगांवकर ने अपने अभिनय की शुरुआत बाल कलाकार के तौर पर की थी….सचिन के जीवन की पहली फिल्म थी- हा मजा मार्ग एकला, जिसमें उन्होंने एक बाल कलाकार के तौर पर काम किया था. उस वक्त उनकी उम्र महज 4 साल की ही थी. इस फिल्म में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधा कृष्णन ने उन्हें पुरस्कृत किया था.इतना ही नहीं भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने अवॉर्ड फंक्शन में इस बच्चे को अपनी गोद में खिलाया था.
जब ये नन्हा एक्टर बड़ा हुआ तो कई सुपरहिट फिल्में भी दीं….सचिन 65 फिल्मों में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट का काम कर चुके था.सचिन पिलगांवकर ने गीत गाता चल, बालिका वधु, आंखियों के झरोखों से और नदिया के पार सहित कई शानदार फिल्मों में बतौर मुख्य अभिनेता काम किया और दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।मुख्य अभिनेता के तौर पर सचिन की पहली फिल्म गीत गाता चल थी जो कि साल 1975 में आई थी। इस फिल्म का प्रोडक्शन राजश्री प्रोडक्शन के किया था। फिल्म का निर्देशन हिरेन नाग ने किया। फिल्म रविंद्रनाथ टैगोर की कहानी अतिथि पर केंद्रित थी। फिल्म में मुख्य भूमिका अभिनेता सचिन और सारिका ने निभाई। फिल्म का संगीत रविन्द्र जैन ने दिया। इस फिल्म से अभिनेता सचिन को हिन्दी सिनेमा में पहचान मिली।
सचिन पिलगांवकर ने राजश्री प्रोडक्शन की दो और शानदार फिल्में अंखियों के झरोखे से और नदिया के पार में काम किया था। इन दोनों फिल्मों ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थीं…”अंखियों के झरोखों से” अभिनेता सचिन की शानदार फिल्म है। इस फिल्म का निमार्ण राजश्री प्रोडक्शन ने किया। इस फिल्म के निर्देशक हिरेन नाग थे। फिल्म अरुण माथुर और लिली की प्रेम कहानी पर आधारित है। फिल्म में संगीत रविन्द्र जैन ने दिया। गायिका हेमलता की आवाज में गाया गया फिल्म का टाइटल सॉन्ग बेहद लोकप्रिय हुआ…नदिया के पार भी सुपरर डुपर हिट साबित हुई… इस फिल्म में सचिन ने कमाल की एक्टिंग की थी. फिल्म का गाना कौन दिशा में ले के चला रे बटुहिया आज भी लोगों के जहन में बसा है….केशव प्रसाद मिश्र के उपन्यास कोहबर की शर्त पर आधारित फिल्म नदिया के पार हिंदी सिनेमा की महत्वपूर्ण फ़िल्म मानी जाती है। इस फिल्म के निर्माता ताराचंद बड़जात्या और निर्देशक गोविंद मूनिस हैं। फिल्म में मुख्य भूमिका अभिनेता सचिन ने और अभिनेत्री साधना सिंह ने निभाई। रविन्द्र जैन के संगीत से सजी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी हासिल की।यही वजह है कि इस फिल्म का साल 1994 में रीमेक बना , फिल्म का नाम था हम आपके हैं कौन था…
इन फिल्मों के अलावा सचिन ने त्रिशूल, सत्ते पर सत्ता सहित कई बेहतरीन फिल्मों में सह कलाकार का रोल किया है…सचिन पिलगांवकर — बॉलीवुड फिल्मों के अलावा मराठी, भोजपुरी और कई टीवी शोज में भी काम कर चुके है।एक्टिंग के अलावा सचिन ने डायरेक्शन में हाथ आजमाया और हिंदी के अलावा दूसरी मराठी फिल्म ‘नवरी मिलो नवऱ्याला’ बनाई. इस फिल्म के लिए उन्हें एक नई लड़की की तलाश थी. उनकी तलाश रुकी सुप्रिया सबनिस नाम की लड़की पर. फिल्म की शूटिंग के दौरान सचिन को सुप्रिया से प्यार हो गया और उन्होंने खुद से 10 साल छोटी सुप्रिया को प्रपोज कर दिया और उनकी मराठी फिल्म ‘नवरी मिलो नवऱ्याला’ सुपरहिट होने के ठीक एक साल बाद सचिन और सुप्रिया ने शादी कर ली.सचिन पिलगांवकर ने अपने करियर में 143 से ज्यादा फिल्मों और सीरियल्स में काम किया है और आज भी हिंदी, मराठी और भोजपुरी फिल्मों मेंं सक्रिय हैं