बॉलीवुड से लेकर साउथ इंडस्ट्री तक पर राज करने वाली तमिल फिल्म की पहली फीमेल सुपरस्टार, जिन्होंने 7 साल की उम्र से डांस करना शुरू किया और आज 91 साल की उम्र तक उनके पैर थिरक रहे हैं. वो कोई और नहीं बल्कि वैजयंतीमाला हैं, जो 13 अगस्त 2024 को 91 साल की हो चुकी हैं. उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया और अपनी एक्टिंग से लोगों का खूब दिल जीता. उन्होंने बड़े-बड़े सुपरस्टार्स के साथ काम किया.
वैजयंतीमाला ने साल 1949 में तमिल फिल्म ‘वाजकई’ से एक्टिंग करियर की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने साउथ की कई फिल्मों में काम किया. साउथ फिल्मों में अपना नाम कमाने के बाद उन्होंने बॉलीवुड का रुख किया और साल 1955 में बिमल रॉय की ‘देवदास’ में चंद्रमुखी की भूमिका निभाई. हालांकि, वो इस रोल के लिए पहली पसंद नहीं थीं. पहले ये रोल नरगिस समेत कई एक्ट्रेस को ऑफर किया गया था. लेकिन आखिर में फिल्ममेकर्स ने फिल्म के डायलॉग राइटर नबेंदु घोष की रजामंदी के बिना उन्हें कास्ट कर लिया. क्योंकि नबेंदु को लगा था कि वो चंद्रमुखी की भूमिका के लिए छोटी हैं.
अवॉर्ड लेने से किया इनकार
लेकिन जब फिल्म बनकर तैयार हुई, तो चंद्रमुखी के रोल में उनकी एक्टिंग देखकर सब हैरान हो गए. उन्होंने सबको गलत साबित कर दिया था, और जबरदस्त एक्टिंग की थी. इस रोल के लिए ही उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्ममेफयर अवॉर्ड दिया गया. लेकिन उन्होंने अवॉर्ड को ये कहते हुए लेने से इनकार कर दिया था कि देना है तो बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड दो. उनका मानना था कि फिल्म में सुचित्रा सेन, जिन्होंने पारो का रोल किया था. उनकी तरह वो भी लीड रोल में थीं. हालांकि इसके बाद उन्हें कई बड़े अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया.
स्विमसूट पहनने वाली पहली एक्ट्रेस
वैजयंतीमाला तमिल ब्राह्मण फैमिली से ताल्लुक रखती हैं. लेकिन फिर भी वो इंडिया की पहली स्विमसूट पहनने वाली एक्ट्रेस बनीं. उन्होंने राज कपूर की फिल्म ‘संगम’ में स्विमसूट पहना था. ऐसे ही उनको लेकर कई और किस्से हैं, जिससे ये साबित होता है कि वो अपने उसूलों पर जिंदगी जीने वाली एक्ट्रेस हैं. जब उनका करियर परवान पर था उन्होंने एक्टिंग छोड़कर शादी कर ली. उन्होंने किसी एक्टर, डायरेक्टर या बिजनेसमेन से नहीं बल्कि एक डॉक्टर चमनलाल बाली से शादी की.
वैजयंतीमाला की लव स्टोरी
उनकी लव स्टोरी की बात करें तो बताया जाता है कि कश्मीर में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान वो बीमार पड़ गई थीं. तब उनका इलाज करने के लिए डॉक्टर चमनलाल बाली मुंबई से आए थे. वो शादीशुदा थे और तीन बच्चों के पिता थे. लेकिन उनका प्यार परवान चढ़ने के बाद चमनलाल ने वैजयंतीमाला से शादी करने के लिए अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया. दोनों का एक बेटा सुचिन्द्र बाली है.