बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं..19 मई, 1974 को उत्तर प्रदेश के एक छोटे-से कस्बे बुढ़ाना में जन्मे नवाजुद्दीन सिद्दीकी की शक्ल-सूरत किसी भी आम भारतीय जैसी है, लेकिन अदाकारी का हुनर तो लाजवाब हैतकरीबन 15 साल के संघर्ष के बाद नवाजुद्दीन बॉलीवुड में अपनी पहचान बना पाए।एक जमाने में वॉचमैन रह चुके नवाज आज भी वक्त निकालकर अपने गांव जाते हैं और खेती-बाड़ी भी करते नवाज ने करियर की शुरुआत 1999 में आई फिल्म ‘सरफरोश’ से की। हालांकि इसमें उनका छोटा सा रोल था। इस शुरुआत के बारे में किसी को खबर तक नहीं हुई। साल 2012 तक नवाज ने कई छोटी-बड़ी फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें कोई खास पहचान नहीं मिली। फिर अनुराग कश्यप उन्हें फैजल बनाकर ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में लाए और फैजल के रोल ने उन्हें घर-घर में पॉपुलर बना दिया
नवाज ने एक जगह इंटरव्यू में बताया था कि { take gfx} फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ मेरी लाइफ का एक ऐसा मुकाम था, अगर मुझे यह नहीं मिली होती तो पता नहीं आज मैं क्या होता? मुझे जो पहचान मिली है। उसकी असली वजह यह फिल्म ही है… घर में फिल्म का नाम लेना भी अच्छा नहीं समझा जाता था। बल्कि यूं कहें कि ज़िंदगी की लड़ाई इतनी बड़ी रही कि सिनेमा के बारे में सोचने की किसी को फुरसत नहीं थी। हां, जैसी हर मां-बाप की आरज़ू होती है, पापा चाहते थे कि मैं अच्छी तरह पढ़-लिख जाऊं। { gfx out}
हरिद्वार की गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी से नवाज ने साइंस में ग्रैजुएशन किया। फिर भी जॉब नहीं मिली तो दो साल इधर-उधर भटकता रहा। साइंस में ग्रेजुएशन किया था लिहाजा बड़ौदा की एक पेट्रोकेमिकल कंपनी मे नौकरी मिल गई.. उसमें डेढ़ साल काम किया। वह नौकरी ख़तरनाक थी। तमाम तरह के केमिकल की टेस्टिंग करनी पड़ती थी। फिर नवाज ने जॉब छोड़ दी और दिल्ली चले आए और नई नौकरी तलाश करने लगे।
नवाज ने एक इंटरव्यू में बताया था एक दिन किसी दोस्त के साथ नाटक देखने चला गया प्ले देखकर दिल खुश हो गया। इसके बाद कई नाटक देखे। धीरे-धीरे रंगमंच का जादू सिर चढ़कर बोलने लगा। खुद से कहा- यार! यही वो चीज है, जो मैं करना चाहता हूं। कुछ अरसे बाद एक ग्रुप ज्वाइन कर लिया- साक्षी, सौरभ शुक्ला वगैरह उससे जुड़े थे। तो ऐसे नाटकों से जिंदगी जुड़ गई, लेकिन थिएटर में पैसे मिलते नहीं हैं। रोजमर्रा का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। शाम की रोटी का इंतजाम हो सके, इसकी खातिर शाहदरा में वॉचमैन की नौकरी करने लगा।
‘तलाश’, ‘मिल लवली’, ‘लंच बॉक्स’, ‘किक’ जैसी फिल्मों में बेहतरीन अदाकारी दिखाकर नवाज ने ऑडियंस के दिलों पर राज किया…यूं कहें तो नवाज की एक्टिंग का हर कोई दीवाना है.. इन फिल्मों के अलावा मंटो और ठाकरे में इन्होंने शानदार अभिनय किया.. इनका अभिनय ही है जिसकी वजह से बॉलीवुड के तीनों खान्स ने इनके साथ फिल्म की.. तलाश में ये आमिर खान के साथ नजर आए,, तो किक और बजरंगी भाईजान में वो सलमान के साथ दिखे… शाहरुख खान के साथ रईस में इनके पुलिस ऑफिसर के किरदार ने सबको अपना मुरीद बना दिया.. वहीं पहाड़ों का सीना चीरने वाले दरशरथ मांझी का किरदार भी उन्होंने बखूबी निभाया..मांझी द माउंटेनमैन में ऐसे ढले की हर कोई हैरान रह गया…वहीं बदलापुर में उनका किरदार बेहतरीन था.. कहानी,मुन्ना माइकल,बाबूमोशाय बंदूकबाज समेत कई हल्की-फुल्की फिल्में भी कीं…. जहां उनकी एक्टिंग को सराहा गया…
नवाज ने पिछले कुछ सालों में OTT प्लेटफ़र्म पर भी दस्तक दी है.. वहां भी उन्होंने बेहतरीन काम किया है…जिसमें सेक्रेड गेम्स के गणेश गायतोंडे का इनका किरदार भी अलग था… उनकी फिल्म अफवाह फिल्म को अच्छा रिस्पॉस मिला…. कैसे एक छोटे से मुद्दे की अफवाह उड़ती है और उससे क्या-क्या हो सकता है… इस फिल्म में यही दिखाया गया है… .. फिल्म हड्डी में भी वे एक ट्रांसजेंडर के किरदार में नजर आए..
नवाज इन दिनों बॉलीवुड के व्यस्तम कलाकारों में गिने जाते हैं … 2024 में ही नवाज की 4 फिल्में रिलीज होने वाली है..इनमें फोबिया 2, रोम रोम में, द माया टेप और बोले चूड़ियां शामिल है
कुल मिलाकर कहें तो नवाज बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं… नवाज वो अभिनेता हैं.. जो किसी भी किरदार में जान डाल देते हैं.. उनके जन्मदिन पर उन्हें ढेरों बधाईयां…